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फ़रवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हैप्पी चॉकलेट डे गीत: ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा है...🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा है।ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। भाग्य-विधाता मिले हो और क्या पायें, भाग्य-विधाता मिले हो और क्या पायें। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। 🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰राहें दिखाई तुने, जीवन संवार दिया, राहें दिखाई तुने, जीवन संवार दिया। देके ज्ञान प्याला तुने प्यास को बुझाय दिया, देके ज्ञान प्याला तुने प्यास को बुझाय दिया।मंजिल दिखाई तुने क्या से क्या बनाय दिया, मंजिल दिखाई तुने क्या से क्या बनाय दिया। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। 🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰सेवा हो या हो आंगन एक तुम्हें पायें, सेवा हो या हो आंगन एक तुम्हें पायें। देख देख बाबा तेरी याद में खो जायें, देख देख बाबा तेरी याद में खो जायें। मन पपिहा झूम झूम एक गीत गाये, मन पपिहा झूम झूम एक गीत गाये। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। 🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰जब-जब सुनाईं ज्ञान बांसुरी सुरीली, जब-जब सुनाईं ज्ञान बांसुरी सुरीली।दोड़े गोपी ग्वाल लेके आंखें गीली-गीली, दोड़े गोपी ग्वाल लेके आंखें गीली-गीली।पल-पल तुम्हारे संग बैठूं संग खाऊं, पल-पल तुम्हारे संग बैठूं संग खाऊं।ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। भाग्य-विधाता मिले हो और क्या पायें। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं, ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं। 🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰

हैप्पी चॉकलेट डे गीत: ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा है... 🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰 ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं,       ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा है। ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं,       ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं।  भाग्य-विधाता मिले हो और क्या पायें,       भाग्य-विधाता मिले हो और क्या पायें।  ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं,       ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं।  ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं,       ओ प्यारे बाबा तूं कितना प्यारा हैं।  🌰🍬🍭🍫🍩🌰🍬🍭🍫🍩🌰 राहें दिखाई तुने, जीवन संवार दिया,       राहें दिखाई तुने, जीवन संवार दिया।  देके ज्ञान प्याला तुने प्यास को बुझाय दिया,       देके ज्ञान प्याला तुने प्यास को बुझाय दिया। मंजिल दिखाई तुने क्या से क्या बनाय दिया,       मंजिल दिखाई तुने क्या से क्या बनाय दिया।  ओ मीठे बाबा तूं कितना मीठा हैं,       ओ प्यारे बाबा त...

*विनम्रता एक बार नदी को अपने पानी के प्रचंड प्रवाह पर घमंड हो गया नदी को लगा कि ... मुझमें इतनी ताकत है कि मैं पहाड़, मकान, पेड़, पशु, मानव आदि सभी को बहाकर ले जा सकती हूँ एक दिन नदी ने बड़े गर्वीले अंदाज में समुद्र से कहा ~ बताओ ! मैं तुम्हारे लिए क्या-क्या लाऊँ ? मकान, पशु, मानव, वृक्ष जो तुम चाहो, उसे ... मैं जड़ से उखाड़कर ला सकती हूँ. समुद्र समझ गया यह कि ... नदी को अहंकार हो गया है उसने नदी से कहा ~ यदि तुम मेरे लिए* कुछ लाना ही चाहती हो, तो ... थोड़ी सी घास उखाड़कर ले आओ. नदी ने कहा ~ बस ... इतनी सी बात. अभी लेकर आती हूँ. नदी ने अपने जल का पूरा जोर लगाया पर ... घास नहीं उखड़ी नदी ने कई बार जोर लगाया लेकिन ... असफलता ही हाथ लगी आखिर नदी हारकर समुद्र के पास पहुँची और बोली मैं वृक्ष, मकान, पहाड़ आदि तो उखाड़कर ला सकती हूँ. मगर जब भी घास को उखाड़ने के लिए जोर लगाती हूँ, तो वह नीचे की ओर झुक जाती है और मैं खाली हाथ ऊपर से गुजर जाती हूँ.. समुद्र ने नदी की पूरी बात ध्यान से सुनी और मुस्कुराते हुए बोला ~ जो पहाड़ और वृक्ष जैसे कठोर होते हैं, वे आसानी से उखड़ जाते हैं. किन्तु ... घास जैसी विनम्रता जिसने सीख ली हो, उसे प्रचंड आँधी-तूफान या प्रचंड वेग भी नहीं उखाड़ सकता जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं ... बल्कि ... उन से बचना है कुशलता पूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है ... क्योकि ... अभिमान* ~ *फरिश्तों को भी शैतान बना देता है, ... और ... नम्रता साधारण व्यक्ति को भी फ़रिश्ता बना देती है.. , *By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब*🌷🙏🙏🌷 🙏💐 विनम्रता से जिन्दगी जीना चाहिए 🙏🙏** Modesty Once the river is filled with water Boast over The river felt that ... I have so much power Mountains, houses, trees, animals, humans etc. Take it all away One day the river in a very proud style Tell from the sea ~ Tell! What should i get for you House, animal, human, tree Do whatever you want ... I can uproot it from the root. The sea understood that… River has become arrogant He said to the river ~ If you for me * If you want to bring something, then… Uproot some grass and bring it. The river said ~ Just ... such a thing. I will bring it now The river exerted its full force of water But ... the grass is not uprooted The river thrust many times but ... Failure is at stake Finally after losing the river reached the sea and said I can uproot trees, houses, mountains etc. But whenever I push the grass to uproot it, it bends down and I go up empty handed .. The sea listened intently to the river And he said with a smile ~ Which are like mountains and trees Are rigid, They crumble easily. But… Humility like grass Who has learned, He had a severe thunderstorm or Can not uproot even the raging velocity Meaning of happiness in life Battles don't fight ... Rather ... Avoid them Retreat efficiently Is a win in itself ... Because ... Pride * ~ * even to angels The devil makes ... And ... Humility even to an ordinary person Angel makes .., * By social worker Vanita Kasani Punjab * 🌷🙏🙏🌷 चाहिए live life humbly 🙏🙏 *

प्रकाशित ******* जय भारत ! ••••••• --महाकवि रामचन्द्र जायसवाल सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् , सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् ,भारत देश बने ऐसा ही, आज प्रार्थना यही परम ; सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् , सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् .कला - भारती सदा पूजती यह भारत रंगीन, श्रद्धा-सुमन समर्पित इसको, दीपक नित्य नवीन. संस्कृति औ' साहित्य यहाँ छू देंगे शुभ्र चरम; सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् ,सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम्.चाह रहे हम प्राण - प्राण में जीवन का संगीत, अंग - अंग में तन - तरंग के नटवर - नृत्य पुनीत.जलते जग के अंगारों को शीतल कर दे मन-पूनम ; सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् ,सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् . 2 यह देश हमारा,यह देश तुम्हारा...भारत देश सभी का सच्चा सहारा.रोटी, लंगोटी, घर और दवाएँ,देश की मिट्टी से ही सभी आयें. देश ने ही जनता - जीवन सँवारा ,यह देश हमारा, यह देश तुम्हारा...देश नहीं तो, हम - तुम नहीं हैं , देश जहाँ है, हम - तुम वहीं हैं .जान से ज्यादा यह देश दुलारा , यह देश हमारा,यह देश तुम्हारा...देश दिया है, हम - तुम हैं बाती ,जिससे यह दुनिया रोशनी है पाती .स्नेह भरो इस दीपक में सारा , यह देश हमारा,यह देश तुम्हारा...इसके लिये ही जीना जहाँ में , इसके लिये ही मरना जहाँ में .देश पर सब कुछ वीरों ने वारा , यह देश हमारा,यह देश तुम्हारा...एकता भारत की जाने न पाये , फिर से गुलामी वापस न आये .हरदम लगाते रहो य' नारा--यह देश हमारा,यह देश तुम्हारा... 3 भारत का दिल है यह दिल्ली, इसे करो मजबूत रे!मातृभूमि के तभी कहाओगे तुम लोग सपूत रे!दिल कमजोर अगर होगा तो हारोगे तुम हर क्षण हिम्मत, नहीं कर्म कुछ कर पाओगे, कोसोगे बस अपनी किस्मत।कहाँ बचा पायेगा तुमको फिर कोई अवधूत रे!भारत का दिल है यह दिल्ली, इसे करो मजबूत रे!जिसका दिल ही होगा रोगी, दुर्बल होंगे सारे अंग, असफलता हर पल पाकर निज जीवन में वह होगा तंग।कहीं नहीं सम्मान मिलेगा वह तो निरा अछूत रे!भारत का दिल है यह दिल्ली, इसे करो मजबूत रे!तुम हो कौन ? समूचा निज तन, सब अंगों का एक समूह, इसी तरह हर प्रांत मिलाकर बना हिन्द नामक यह व्यूह।इसका प्रहरी बनने की तुममें ताकत अकूत रे!भारत का दिल है यह दिल्ली, इसे करो मजबूत रे!क्षेत्रवाद से ऊपर उठ कर प्रांतवाद से तोड़ो नाता, राज्य-केन्द्र को सबल बनाओ, सबला होंगी भारतमाता।तभी विदेशों में गरजेंगे भारत के सब दूत रे!भारत का दिल है यह दिल्ली, इसे करो मजबूत रे !● सर्वाधिकार सुरक्षित,

प्रकाशित  *******                       जय                        भारत !                       •••••••             --महाकवि रामचन्द्र जायसवाल  सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् , सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् , भारत देश बने ऐसा ही, आज प्रार्थना यही परम ;  सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् , सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् . कला - भारती सदा पूजती यह भारत रंगीन,  श्रद्धा-सुमन समर्पित इसको, दीपक नित्य नवीन.  संस्कृति औ' साहित्य यहाँ छू देंगे शुभ्र चरम;  सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् ,सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम्. चाह रहे हम प्राण - प्राण में जीवन का संगीत,  अंग - अंग में तन - तरंग के नटवर - नृत्य पुनीत. जलते जग के अंगारों को शीतल कर दे मन-पूनम ;  सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् ,सत्यम् - शिवम् - सुन्दरम् .           ...

*मैं शब्द में बड़ी बिचित्रता है। सुबह से शाम तक आदमी कई बार मै मै करता है। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब इस मै के कारण ही बहुत सारी समस्याएं जन्म लेती है। आश्चर्य की बात यह है कि मै के कारण उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए आदमी फिर " मै " को प्रस्तुत करता है।* *समस्त हिंसा और अशांति के मूल में " मै " ही है।* *जीवन बड़ा आनंदमय और उत्सवमय बन सकता है लेकिन यह अहंवाद उसमे सबसे बड़ी बाधा है। मै " के ज्यादा आश्रय से ह्रदय पाषाण जैसा हो जाता है। जबकि जीवन का वास्तविक सौंदर्य तो उदारता, विनम्रता, प्रेमशीलता और संवेदना में ही खिलता है।* *मै माने स्वयं में बंद हो जाना, पिंजड़े में कैद हो जाना, आकाश की अनंतता से वंचित रह जाना। एक बात बिलकुल समझ लेना " मै " की मुक्ति में ही तुम्हारी समस्याओं की मुक्ति है।* *साहब जो बात "हम" में है,* *वो ना तुम में है ना मुझ में है॥* *जय श्री राम 🙏🏻🙏 *आज का दिन शुभ मंगलमय हो।** I have great illustrations in the word. I do many times from morning to evening. by social worker Vanita Kasaniyan Punjab It is due to this that many problems arise. Surprisingly, man then presents "I" to solve the problems caused by May. * * "I" is at the root of all violence and unrest. * * Life can be very blissful and celebratory but this egoism is the biggest obstacle in it. The heart becomes like stone with the help of "I". Whereas the real beauty of life blossoms in generosity, humility, love and compassion. * * I consider myself locked up, imprisoned in a cage, deprived of the infinity of the sky. One thing to be fully understood is the salvation of your problems only in the liberation of "I". * Sir, the thing is in "we", * * He is neither in you nor in me. * Jai Shri Ram 4 * Have a nice day today. *,

*मैं शब्द में बड़ी बिचित्रता है। सुबह से शाम तक आदमी कई बार मै मै करता है। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब इस मै के कारण ही बहुत सारी समस्याएं जन्म लेती है। आश्चर्य की बात यह है कि मै के कारण उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए आदमी फिर " मै " को प्रस्तुत करता है।*     *समस्त हिंसा और अशांति के मूल में " मै " ही है।* *जीवन बड़ा आनंदमय और उत्सवमय बन सकता है लेकिन यह अहंवाद उसमे सबसे बड़ी बाधा है। मै " के ज्यादा आश्रय से ह्रदय पाषाण जैसा हो जाता है। जबकि जीवन का वास्तविक सौंदर्य तो उदारता, विनम्रता, प्रेमशीलता और संवेदना में ही खिलता है।*     *मै माने स्वयं में बंद हो जाना, पिंजड़े में कैद हो जाना, आकाश की अनंतता से वंचित रह जाना। एक बात बिलकुल समझ लेना " मै " की मुक्ति में ही तुम्हारी समस्याओं की मुक्ति है।*      *साहब जो बात "हम" में है,*        *वो ना तुम में है ना मुझ में है॥*  *जय श्री राम 🙏🏻🙏  *आज का दिन शुभ मंगलमय हो।** I have great illustrations in the word.  I do many times from morning to evening.  by so...